बेनामी प्रॉपर्टी क्या है – What is benami property in hindi

0
4521
What is benami property in hindi

What is benami property in hindi – भारत में बढ़ती हुई ब्लैक मनी से एक बड़ी राशि टैक्स लगने से छूट रही थी जिसकी वजह से गवर्नमेंट को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा था।

ब्लैक मनी पर लगाम कसने के लिए गवर्नमेंट ने 1 नवंबर 2016 को बेनामी प्रॉपर्टी एक्ट में कुछ अमेंडमेंट किये। बेनामी प्रॉपर्टी एक्ट 1988 को पास किया गया था, लेकिन इस एक्ट से उतना फायदा नहीं हुआ जितना सोचा गया था।

बेनामी एक्ट का दायरा बढ़ने के लिए ही इसमें अमेंडमेंट किये गये, ताकि ब्लैक मनी से होने वाले ट्रांजेक्शन को रोका जा सके।



आजकल हर कोई पर्सन यह जानना चाहता है कि वास्तव में बेनामी प्रॉपर्टी क्या है और इससे वह कैसे प्रभावित हो सकता है।

आज के आर्टिकल What is benami property in hindi में हम बेनामी प्रॉपर्टी क्या होती है, कौन से ट्रांजेक्शन को बेनामी ट्रांजेक्शन माना जायेगा और इन ट्रांजेक्शन पर लगने वाले जुर्माने और सजा के प्रावधानों पर चर्चा करेंगे।

यह भी जाने अगर आप भी कोई प्रॉपर्टी बेच रहे है तो आपको पता होनी चाहिए कुछ जरुरी चीजे

बेनामी प्रॉपर्टी क्या है – What is benami property in hindi

बेनामी प्रॉपर्टी को हम सिंपल शब्दों में कह सकते है “बिना किसी के नाम की”। यानि कि एक पर्सन किसी सम्पति को अपने नाम से न खरीदकर किसी और के नाम से खरीदता है, लेकिन उस सम्पति से होने वाले बेनिफिट स्वयं को ही प्राप्त होंगे, तो ऐसा ट्रांजेक्शन बेनामी ट्रांजेक्शन माना जायेगा और ऐसी सम्पति बेनामी सम्पति मानी जायेगी।

जिस पर्सन के नाम से बेनामी प्रॉपर्टी खरीदी जाती है वह पर्सन बेनामदार माना जायेगा।

इसके अलावा ऐसे ट्रांजेक्शन भी बेनामी ट्रांजेक्शन माने जायेंगे जिसमे एक पर्सन किसी अन्य को Cash देता है और वह अन्य पर्सन उस Cash से अपने नाम से कोई सम्पति खरीदता है, लेकिन जिसके बेनिफिट पहले पर्सन को ही प्राप्त होंगे। सम्पति से होने वाले बेनिफिट Direct या Indirect किसी भी रूप में प्राप्त हो सकते है। यह जरुरी नहीं है कि बेनिफिट अभी प्राप्त हो यह भविष्य में भी प्राप्त हो सकते है।

यह भी जाने गिफ्ट पर टैक्स कैसे लगाते है

बेनामी सम्पति में कौन -कौन सी सम्पति शामिल हो सकती है –

यह जरुरी नहीं है कि बेनामी सम्पति में सिर्फ रियल एस्टेट से होने वाले ट्रांजेक्शन ही शामिल किया जायेंगे। सम्पति में सभी तरह की चल, अचल, Tangible, Intangible, कोई हित या अधिकार या लीगल दस्तावेज भी शामिल है।

यानि कि आपके द्वारा किसी अन्य के नाम से अगर कोई शेयर भी ख़रीदे गए है तो यह भी बेनामी ट्रांजेक्शन माना जायेगा।

क्या अपने जीवनसाथी या बच्चो के नाम से खरीदी गयी सम्पति बेनामी सम्पति मानी जाएगी ?

यदि सम्पति अपने जीवनसाथी, बच्चो या रिश्तेदारों के नाम से भी खरीदी गयी है तो यह बेनामी सम्पति हो सकती है, लेकिन इसके लिए शर्त यह है कि यह Unknown सोर्स से खरीदी गयी हो। यानि कि अगर आपने ब्लैक मनी से कोई प्रॉपर्टी अपने जीवनसाथी, बच्चो या रिश्तेदारों के नाम से कोई सम्पति खरीद रहे है, तो यह बेनामी सम्पति मानी जायेगी।

इसलिये अगर आप अपने जीवनसाथी या बच्चो के नाम से कोई सम्पति खरीदते है तो यह जरुरी है कि उसे आप अपनी इनकम टैक्स रिटर्न में जरूर दिखाये।


यह भी जाने  क्या एग्रीकल्चरल इनकम पूरी तरह टैक्स फ्री होती है

ऐसे ट्रांजेक्शन जिन्हे बेनामी ट्रांजेक्शन नहीं माना जायेगा –

कुछ ऐसे ट्रांजेक्शन जिनमे सम्पति किसी अन्य के नाम से खरीदने पर भी बेनामी ट्रांजेक्शन नहीं माने जायेंगे, जैसे –

  1. Huf के कर्ता या मेंबर द्वारा किसी सम्पति को अपने नाम से धारित करना जिसका उपयोग अन्य फैमिली मेंबर के बेनिफिट के लिए हो रहा है तो यह ट्रांजेक्शन उस कंडीशन में बेनामी ट्रांजेक्शन नहीं समझा जायेगा जब इस ट्रांजेक्शन के लिए Consideration ( प्रतिफल ) HUF के Known सोर्सेज से दिया गया हो।
  2. एक इंडिविजुअल द्वारा अपने जीवनसाथी या बच्चो के नाम से अपनी इनकम के Known सोर्स से सम्पति खरीदना।
  3. कोई पर्सन किसी सम्पति को Fiduciary कैपेसिटी में धारित करता है, Exp :- ट्रस्टी, Executor, पार्टनरशिप फर्म के पार्टनर, या एक डिपोजिटरी के रूप में।
  4. एक पर्सन द्वारा अपने भाई या बहिन या Lineal असेंडेंट या डेसेन्डन्ट के नाम से प्रॉपर्टी खरीदना जहाँ वह पर्सन एक Joint Owner है, लेकिन ऐसी प्रॉपर्टी भी Known सोर्सेज से खरीदी गयी हो।

यह भी जाने Income Tax kya Hai Aur Income Tax Ki Rates

जुर्माना और सजा

बेनामी एक्ट में बेनामी ट्रांजेक्शन करने वालो पर जुर्माना और सजा दोनों का प्रावधान किया गया है। यदि कोई पर्सन जो कि बेनामी ट्रांजेक्शन करता है तो उस पर

  1. सम्पति के फेयर मार्किट वैल्यू के 25 %  के बराबर जुर्माना लगाया जायेगा।
  2. न्यूनतम 1 वर्ष और अधिकतम 7 वर्ष के लिए जेल की सजा का प्रावधान है।

इसके अलावा यदि कोई पर्सन उचित अधिकारी से Inquiry के दौरान गलत सुचना प्रदान करता है तो उस पर –

  1. सम्पति के सम्पति के फेयर मार्किट वैल्यू के 10 % के बराबर जुर्माना लगाया जायेगा, और
  2. न्यूनतम 6 महीने और अधिकतम 5  वर्ष के लिए जेल की सजा का प्रावधान है।

तो दोस्तों उम्मीद करता हूँ कि आर्टिकल पढ़ने के बाद आपको बेनामी ट्रांजेक्शन की जानकारी हो गयी होगी और अगर आपको हमारा आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करे।

धन्यवाद !

यह भी पढ़े

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here